टिप्पणियां और पसंद तो लोग
अपने हिस्से बनाने के लिए करते हैं,
और हम ख्याली विचारधारा में
खुद को बेहतर जानने के बाद भी
उनके हिस्से लूटने के बजट
खुद को तोलना शुरू कर देते हैं