हार से क्यों कतराओगे?स्मरण रहे कि तुम जितने बार हारोगे।जीत का जश्न भी उतनी ही शानदार होगी।।आगे बढ़ने के लिए किताब और गलतियां दोनों पढ़नी आनी चाहिए
0 Comments