जानते हो याद क्या होती हैयाद वो तड़प होती हैजो कभी दोबारा घटित नहीं हो सकतीयाद वो प्रवाह होती हैजो कभी गम तोअल्प सुकून वाली स्वप्न के प्रवाह मेंहमे ले डूबती है
याद का रिश्ता ना टूटने वाली शीशे सी समान होती हैजि
से तोड़ना इतना आसान नहीं
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